लेखिका को नीलकंठ की कौन-कौन सी चेष्टाएँ बहुत भाती थीं?
लेखिका को नीलकंठ की निम्नलिखित चेष्टाएँ बहुत भाती थीं-
(1) पंखों को फैलाकर खड़े हो जाना जैसे कि बस नृत्य करने जा रहा हो।
(2) हथेली पर रखे चने को बड़ी ही कोमलता से धीरे-धीरे उठाकर खाना|
(3) बादलों की गड़गड़ाहट पर नृत्य करना और बारिश की बूंदों की रिमझिमाहट तेज होने पर अपने नृत्य का वेग बढ़ाना।